चलिए आज का हमारा विषय है संयुक्त राष्ट्र संघ, आज हम संयुक्त राष्ट्र संघ की उत्पत्ति व कार्यों के बारे में चर्चा करेंगे
1) आने वाली पीढ़ियों को युद्ध की भीषण मुसीबत से मुक्त कराया जाएगा|
संयुक्त संघ की उत्पत्ति
प्रथम विश्व युद्ध में कई देशों को अंतरराष्ट्रीय झगड़ों के निपटारे के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन के निर्माण के लिए मजबूत किया फलस्वरूप 1920 में राष्ट्रीय संघ का जन्म हुआ फिर भी राष्ट्र संघ द्वितीय विश्वयुद्ध को रोकने में असफल हुआ यह युद्ध अपने आप में संपूर्ण इतिहास में एक महान संकट तथा विनाशकारी था|
प्रथम विश्व युद्ध में कई देशों को अंतरराष्ट्रीय झगड़ों के निपटारे के लिए अंतरराष्ट्रीय संगठन के निर्माण के लिए मजबूत किया फलस्वरूप 1920 में राष्ट्रीय संघ का जन्म हुआ फिर भी राष्ट्र संघ द्वितीय विश्वयुद्ध को रोकने में असफल हुआ यह युद्ध अपने आप में संपूर्ण इतिहास में एक महान संकट तथा विनाशकारी था|
द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के पश्चात सन 1947 में राष्ट्र संघ के उत्तराधिकारी के रूप में संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई इस संगठन का जन्म 51 राष्ट्र द्वारा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर हस्ताक्षर करने से हुआ जहां राष्ट्र संघ में सफल हुआ था वहां संयुक्त राष्ट्र संघ में सफल होने का प्रयास किया इसमें विश्व युद्ध को रोका संयुक्त राष्ट्र संघ का लक्ष्य संघर्षों तथा जिलों को रोकना तथा राज्यों के बीच सहयोग बढ़ाना था
आज संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्य हैं जो सभी संप्रभु हैं संयुक्त राष्ट्र की महासभा में प्रत्येक सदस्य को एक मत देने का अधिकार है| संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में पांच स्थाई तथा 10 अस्थाई सदस्य हैं| पांच स्थाई सदस्य भी बड़े देश है जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में विजय प्राप्त की थी जबकि 10 अस्थाई सदस्य प्रत्येक 2 वर्षों के पश्चात निर्वाचित होते हैं| इनमें शामिल स्थाई सदस्य है ब्रिटेन रूस फ्रांस चीन तथा अमेरिका यह सभी वीटो शक्ति का प्रयोग करने का अधिकार रखते हैं अर्थात किसी भी फैसले को अस्वीकार कर सकती है|
आज संयुक्त राष्ट्र संघ के 193 सदस्य हैं जो सभी संप्रभु हैं संयुक्त राष्ट्र की महासभा में प्रत्येक सदस्य को एक मत देने का अधिकार है| संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में पांच स्थाई तथा 10 अस्थाई सदस्य हैं| पांच स्थाई सदस्य भी बड़े देश है जिन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध में विजय प्राप्त की थी जबकि 10 अस्थाई सदस्य प्रत्येक 2 वर्षों के पश्चात निर्वाचित होते हैं| इनमें शामिल स्थाई सदस्य है ब्रिटेन रूस फ्रांस चीन तथा अमेरिका यह सभी वीटो शक्ति का प्रयोग करने का अधिकार रखते हैं अर्थात किसी भी फैसले को अस्वीकार कर सकती है|
चलिए अब हम देखते हैं संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना को एक नजर में:-
अगस्त 1941 अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रेंकलिन रूजवेल्ट तथा ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल द्वारा अंटार्कटिका चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए|
26 जनवरी 1942 धुरी शक्तियों के विरुद्ध लड़ रहे सहयोगी राष्ट्रीय अंटार्कटिक चार्टर को सहमति प्रदान करने तथा संयुक्त राष्ट्र की घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने हेतु वॉशिंगटन डीसी में मिले|
दिसंबर (1943) संयुक्त राष्ट्र संघ की घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर किया गया तीन शक्तियों अमेरिका ब्रिटेन तथा सोवियत संघ की ध्यान सम्मेलन में घोषणा की गई|
फरवरी (1945) प्रतिपादित विश्व संगठन के आधार पर संयुक्त राष्ट्र महासम्मेलन के गठन का निश्चय करने के लिए 3 बड़े रुजवेल्ट चर्चील तथा स्टोलिन इन नेताओं का याल्टा सम्मेलन में घोषणा की|
अप्रैल और मई (1945) सेन फ्रांसिस्को में संयुक्त राष्ट्र संघ को अंतरराष्ट्रीय संगठन बनाने के लिए 2 महीने लंबा चला सम्मेलन पूरा हुआ|
26 जून (1945-50) राष्ट्र द्वारा संयुक्त राष्ट्र के चार्टर पर हस्ताक्षर किए गए पोलैंड ने 15 अक्टूबर को हस्ताक्षर किए तथा संयुक्त राष्ट्र में 51 संस्थापक सदस्य हो गए|
24 अक्टूबर अक्टूबर (1945) संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना हुई|
24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस घोषित किया गया|
24 अक्टूबर को संयुक्त राष्ट्र संघ दिवस घोषित किया गया|
30 अक्टूबर (1945) संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत ने हस्ताक्षर कर उसमें शामिल हुआ|
संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य
संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य का या प्रस्तावना और अनुच्छेद 1 में उसके उद्देश्यों की चर्चा की गई है इसके अनुसार
संयुक्त राष्ट्र संघ के उद्देश्य का या प्रस्तावना और अनुच्छेद 1 में उसके उद्देश्यों की चर्चा की गई है इसके अनुसार
1) आने वाली पीढ़ियों को युद्ध की भीषण मुसीबत से मुक्त कराया जाएगा|
2) अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखी जाएगी और अंतरराष्ट्रीय झगड़ों का निपटारा शांतिपूर्ण तरीकों से किया जाएगा|
3) अंतरराष्ट्रीय संधियों और अंतरराष्ट्रीय कानून के प्रति राष्ट्र और उनके निवासियों में सम्मान की भावना उत्पन्न की जाएगी|
4) राष्ट्रों के बीच मैत्रीपूर्ण संबंधों का विकास किया जाएगा|
5) आर्थिक सामाजिक सांस्कृतिक व माननीय शब्द रूप की अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं को हल अंतरराष्ट्रीय सहयोग द्वारा निकालने की कोशिश की जाएगी|
6) सामाजिक प्रगति और जीवन स्तर को सुधारने के लिए काम किया जाएगा|
7) मानव अधिकारों के प्रति राष्ट्रों की निष्ठा की पुष्टि करके मानव की गरिमा फिर स्थापित की जाएगी|
8) सभी राष्ट्र सहिष्णुता का व्यवहार करते हुए अच्छे पड़ोसी की तरह रहेंगे|
||आगे हम संयुक्त राष्ट्र संघ की संरचना के प्रमुख अंगों और संयुक्त राष्ट्र संघ के होते हुए अमेरिका के दबदबे के बारे में पढ़ेंगे||
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